बाराबंकी

कर्पूरी ठाकुर एक राजनीतिक योद्धा थे। जिन्होंने अपमान का घूंट पीकर भी बदलाव की इबारत लिखी थी। उक्त विचार समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता वीरेंद्र प्रधान ने पूर्व एमएलसी अरविंद यादव की अध्यक्षता एवं जिला कोषाध्यक्ष प्रीतम सिंह वर्मा के संचालन में खाटी समाजवादी एवं सामाजिक न्याय के पुरोधा जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किए। जिला प्रवक्ता ने आगे कहा कि सादगी के पर्याय कर्पूरी ठाकुर लोक राज की स्थापना के हिमायती थे। जो अपने संघर्ष के बलबूते गांव गरीब गुरबत से निकलकर मुख्यमंत्री के ओहदे तक पहुंचने वाले कर्पूरी ठाकुर जीवन भर सामाजिक बदलाव के लिए लड़ते रहे। वह सामाजिक रूप से हाशिए पर खड़े लोगों को हर लिहाज से मजबूत करने का इरादा रखते थे।

पूर्व एमएलसी अरविंद यादव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में जननायक कर्पूरी ठाकुर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर अपने संघर्ष के बलबूते जब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहुंचे तो उन्होंने हाशिए पर धकेल दिए गए। वर्ग की परेशानियों को समझते हुए उनके लिए 26 प्रतिशत आरक्षण लागू कर दिया। जिसके लिए उन्हें क्या क्या नहीं कहा गया। तमाम विरोध प्रदर्शन के बावजूद भी उन्होंने अपना इरादा नहीं बदला। कर्पूरी ठाकुर मजबूत इच्छा शक्ति के व्यक्ति थे।

(Former MLC Arvind Yadav, in his presidential address, while paying homage to Jananayak Karpoori Thakur, said that Karpoori Thakur was pushed to the margins when he reached the Chief Minister’s chair on the strength of his struggle. Realizing the problems of the class, 26 percent reservation was implemented for them. For which they were not told what. Despite all the protests, he did not change his mind. Karpoori Thakur was a man of strong will power. )

विचार गोष्ठी मे मुख्य रूप से पूर्व एमएलसी अरविंद यादव, जिला उपाध्यक्ष कामता प्रसाद यादव, मोहम्मद सबाह, जिला प्रवक्ता वीरेंद्र प्रधान, कोषाध्यक्ष प्रीतम सिंह वर्मा, वरिष्ठ सपा नेता हिमायू नईम खान, मोहम्मद रिजवान संजय, ज्ञान सिंह यादव, आदि प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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