After all, what was the reason that the Nokia mobile company was on the verge of closure?

नोकिया चाहता तो एचटीसी जैसे कुछ फोन एंड्रॉयड और कुछ विंडोज फोन के साथ लॉन्च करता रहता। दोनों के कस्टमर मिलते और जो ज्यादा बिकता उसके फोन ज्यादा लॉन्च करता। लेकिन विंडोज फोन के साथ एक्सक्लूसिव जाने की वज़ह से सब काम खराब हुआ।  अब अगर बात करें की क्यों नोकिया मोबाइल कंपनी बंद होने की कगार पे आ गई, तो सबसे बड़ा कारण था के उन्होंने एंड्रॉयड को कम आंका।

जब एंड्रॉयड मार्केट में नया था, उस समय नोकिया अपने सिंबियन ऑपरेटिंग सिस्टम को बेहतर करने में लगा था लेकिन उसने एंड्रॉयड को बिल्कुल नजरअंदाज किया। शायद उन्हें अपने सिंबियन पे भरोसा था। विंडोज में ऐसा कुछ नहीं था जो कस्टमर्स को फोर्स करता के नहीं नोकिया लेना ही है जबकि एंड्रॉयड में बहुत कुछ था। लेकिन सबसे बड़ी गलती हुई विंडोज फोन के साथ एक्सक्लूसिव जाने की। लोगो को विंडोज फोन समझ नहीं आए क्युकी गूगल की सर्विसेज जैसे मैप्स, यूट्यूब उसमे थी नहीं ।

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